54 साल पुरानी ये तस्वीर बताती है कितने विनम्र थे मनमोहन सिंह... देखकर करेंगे तारीफ

नई दिल्ली : पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह का शनिवार को दिल्ली में निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार हो गया। डॉ. सिंह के निधन के बाद से देश-दुनिया के लोग उन्हें अलग-अलग तरीकों से याद कर रहे हैं। इस क्रम में पश्चिम बंगाल के पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्रा

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नई दिल्ली : पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह का शनिवार को दिल्ली में निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार हो गया। डॉ. सिंह के निधन के बाद से देश-दुनिया के लोग उन्हें अलग-अलग तरीकों से याद कर रहे हैं। इस क्रम में पश्चिम बंगाल के पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्रा ने पूर्व पीएम से जुड़ी एक बेहतरीन याद शेयर की है। मित्रा ने 1969 में दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (डीएसई) में एक समूह फोटो शूट के दौरान, मनमोहन सिंह की एक तस्वीर पोस्ट की।
सिंह उस समय इस प्रतिष्ठित कॉलेज में प्रोफेसर थे। सिंह के पुराने छात्र रहे मित्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, वह (डॉ. मनमोहन सिंह) चुपचाप अंदर आए और छात्रों के बीच खड़े हो गए, जबकि अन्य प्रोफेसर कुर्सियों पर बैठे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में ली गई तस्वीर डॉ. सिंह की विनम्रता को दर्शाती है।

पूर्व सीएजी ने भेजी थी तस्वीर

मित्रा ने वह फोटो शेयर की जो उन्हें पूर्व CAG विनोद राय ने भेजी थी। विनोद राय DSE के पूर्व छात्र भी हैं। इसमें राय मनमोहन सिंह के बगल में खड़े हैं। इस प्रतिष्ठित तस्वीर में नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन भी दिखाई दे रहे हैं। मित्रा ने कहा कि वे फ्रेटरनिटी के निवर्तमान अध्यक्ष के रूप में वहां मौजूद थे।

manmohan singh 1969

मित्रा ने अपनी पोस्ट में कहा,विडंबना यह है कि डॉ. सिंह के बगल में उनके बाईं ओर विनोद राय खड़े हैं। 40 साल से अधिक समय बाद, भारत के CAG के रूप में विनोद की रिपोर्ट ने डॉ. सिंह और उनकी सरकार (2G और कोयला 'घोटाला') के खिलाफ तूफान खड़ा कर दिया। इससे सरकार का पतन हुआ और नरेंद्र मोदी का उदय हुआ।

54 साल पुरानी तस्वीर 1000 शब्दों के बराबर

मित्रा ने कहा कि 54 साल पुरानी एक तस्वीर (जो विनोद ने मुझे कुछ साल पहले भेजी थी) 1,000 शब्दों के बराबर है...डॉ. मनमोहन सिंह के छात्र होने के नाते हम उनकी गर्मजोशी को बहुत याद करेंगे...डॉ. सिंह की आत्मा को शांति मिले। सिंह 1969 से 1971 तक डीएसई में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के प्रोफेसर थे। उनके पूर्व छात्र उनके व्याख्यानों और उनकी सादगी को याद करते हैं, जब वे डीटीसी बसों में कॉलेज जाते थे।


डीएसई से मास्टर डिग्री प्राप्त विनोद राय भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक बने। 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन और कोयला घोटाले पर उनकी दो रिपोर्टों ने बड़े पैमाने पर विवाद खड़ा कर दिया। इसके कारण सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए गठबंधन सरकार को सत्ता से बाहर होना पड़ा।

मनमोहन सिंह की क्लास को किया याद

मित्रा, अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रधान मुख्य सलाहकार हैं। उन्होंने मनमोहन सिंह की कक्षाओं को याद किया, जिनमें वे शामिल हुए थे। मित्रा ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि क्लास में डॉ. मनमोहन सिंह ने हमें बहुत ही सरलता से व्यापार फाइनेंस पढ़ाया। क्लास के बाहर, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के कॉफी हाउस में हमने उनसे एक सच्चे शिक्षक के वास्तविक स्नेह के साथ समभाव की कला सीखी।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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